*किस नम्बर की कार तुम्हारी*
  …आनन्द विश्वास
चन्दा   मामा    हमें   बताओ,
  किस नम्बर की कार तुम्हारी।
  पन्द्रह-पन्द्रह   दिन  ना  आते,
  कैसी   है   सरकार   तुम्हारी।
पन्द्रह  दिन  तक इवन नम्बर,
  पन्द्रह  दिन  तक  नम्बर ऑड,
  इवन-ऑड  वहाँ   भी  चलता,
  या  तुम   करते   रहते  फ्रॉड।
डीज़ल  से   क्या  चलते  तारे,
  सीएनजी  किट नहीं वहाँ पर।
  दूषित  है  वातास  वहाँ  क्या,
  धूल-धुआँ    कैसा   है   ऊपर।
सूरज पर  क्या  पावर-कट है,
  पावर-हाउस  हुआ  क्या फेल।
  लो-बोल्टेज की  धूप  यहाँ  है,
  राम    भरोसे    अपनी   रेल।
कौन-कौन  से  दल  हैं  नभ में,
  भ्रष्टाचार   वहाँ    पर   कैसा।
  अच्छे  दिन हैं  कहो  वहाँ पर,
  या फिर सब कुछ धरती जैसा।
कृष्ण-पक्ष  है,   शुक्ल-पक्ष  है,
  पन्द्रह-पन्द्रह  दिन का शासन।
  क्या विपक्ष  की संख्या कम है,
  ठग-बन्धन का चलता शासन।
हमने   तो   सोचा  था  पहले,
  मामा  के   घर   हम   जाऐंगे।
  वातावरण  वहाँ   जब  दूषित,
  अब  हम   वहाँ   नहीं  आऐंगे।
  …आनन्द विश्वास
  http://anandvishwas.blogspot.in/2015/12/blog-post.html

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