गुरुवार, 31 दिसंबर 2015

माना की लोग जीते हैं हर पल खुशी के साथ - GAZAL SALIM RAZA REWA

GAZAL !!
माना की लोग जीते हैं हर पल खुशी के साथ 
शामिल है जिंदगी में मगर ग़म सभी के साथ !

आएगा मुश्किलों में भी जीने का  फ़न  तुझे 
कूछ दिन गुज़ार ले तू मेरी मुफ़लिसी के साथ !

नाज़ो अदा के साथ कभी  शोखिओं के साथ 
दिल में उतर  गया वो बड़ी सादगी के साथ !

ख़ूने  जिगर  निचोड़  के रखते हैं  शेर  में 
मुझको बहुत है प्यार मेरी शायरी के साथ !

आसानियां   रहीं   कभी   दुश्वारियां   रहीं 
मौसम के पेंचो ख़म भी रहे ज़िंदगी  के साथ !

उसपे  ना  एतबार   कभी  कीजिए  ” रज़ा ” 
धोका किया है जिसने हर एक आदमी के साथ !

shayar salim raza rewa

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