बुधवार, 27 जनवरी 2016

33...........!

अभी ज़िंदा हूँ मुझमे चंद लम्हों के आसार बाकी है..!
हुआ बर्बाद-ए-गुलिस्ताँ जिसपे अभी उसका दीदार बाकी है..!!

Acct- इंदर भोले नाथ…
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