गुरुवार, 21 जनवरी 2016

कलम ..................(6)

कलम को हाथ जोड़ करो नमन
इससे खिलता जीवन का चमन
बिन इसके था इतिहास अधूरा
भविष्य का खिलेगा इससे कमल !!
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डी. के निवातिया……………..

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