मंगलवार, 26 जनवरी 2016

वन्दे मातरम्-शकुंतला तरार

वन्दे मातरम्

स्वर्ग से भी सुन्दर वतन चाहिए ,
कर्तव्यनिष्ठ हो ऐसा मन चाहिए
एकता भाईचारे की जो बने मिसाल
बारूदी गंध में नया चमन चाहिए
जल रहे द्वेष में गाँव घर सब मकाँ
गुनगुनाता हुआ इक गगन चाहिए
शकुंतला तरार रायपुर (छत्तीसगढ़)

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