बुधवार, 27 जनवरी 2016

35.............!

बड़ी ही पाकीज़ा और इमान थी चाहतें मेरी….
देखी जो तेरी शोख निगाहें,हसरतें बेइमान हो गई…!!

Acct- इंदर भोले नाथ…

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