अपने आप
  क्या आफत है
  व्दिविधा हो तो १ 
बंद हो रास्ता
  होता कर या मर
  क्या कहूँ तुझे २ 
वहीँ का वहीँ
  कितना आते जाते
  वही है रास्ता ३
कभी न नापे
  मंजिल जीवन का
  कब पहुंचे ४ 
चलता रहा
  जल्दी तो कोई धीमा
  रास्ता तो वही ५
दिल का स्पर्श
  बस,झूमता रहा
  यूँ ही कब से ६ 
लो इम्तिहान
  नफ़रत की आग
  जिना सिखाता ७
  १०/२९/२०१५ 

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