सोमवार, 27 जुलाई 2015

।।गजल।।इंसान बनाना है ।।

।।गज़ल।।इंसान बनाना हैं।।

अब मंजिलो की राहे आसान बनाना है ।।
हर आदमी को फिर से इंसान बनाना है ।।

क्यूं दिल में थम गया है जज़्बा वो प्यार का ।।
हमदिली का दिल में तूफ़ान बनाना है ।।

न कोई तुमसे रूठे न दिल किसी का तोड़ो ।।
हर महफ़िलो में तुमको निसान बनाना है ।।

माना की सबको मिलती जन्नत नही यहा पर ।।
उनको यही पर रहकर भगवान बनाना है ।।

हर रिश्ता है प्यारा रिस्तो की क़द्र करिये ।।
इस जिंदगी में दोस्ती आसान बनाना है ।।

………R.K.M

Share Button
Read Complete Poem/Kavya Here ।।गजल।।इंसान बनाना है ।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें