हमारी अधूरी कहानी…..!!!
  साथ आये, मन्नते फ़िर भी
  पूरी न हुई ,
  एक पहेली सी मेरी ख्वाहिशे
  रही,
  हर दर्द को दवा,
  ना मिले हर दफ़ा,
  मान ले, मान ले
  प्यार होता वही जिसमे
  रहती नही,
  बन्दिशे,बन्दिशे……
  एक फ़ितूर सा था
  जब नसीब तू था
  उगते सूरज सा था, दिल मेरा
  इस घनी रात मे,
  तू मेरी रूह को,
  छूं के रूठ गया , तू कहाँ। …
  हमारी अधूरी कहानी…..हमारी अधूरी कहानी…..
  हमारी अधूरी कहानी….”

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