मंगलवार, 14 जुलाई 2015

तेरे शहर में: In Your city

हम आये हैं आज तेरे शहर में कर जाओ अपनी निगाहे करम
दर दर भटक रहे हैं तेरे शहर में, हर कोई सोचता है पागल हैं हम
लेकिन बो जानते नहीं ये हाल है हमरा उनके शहर में
काश कोई जाकर उनको बता दे की हम आये है उनके शहर में

शायद उनके दिल में अब भी जगह हो हमारे लिए
इस लिए शहर में बोर्ड लगवा रखा है उनहोने
एक रात इधर भी रूक जा मुसाफिर हमारे शहर में
बनकर मुसाफिर ही शायद अब किस्मत में तुम से मिलना है
इसलिए छान रहे हैं दर दर की खाक तेरे शहर में

मिलकर तुमसे बतायंगे, कितने दुःख झेले हैं हमने तेरे शहर में
तुम को इस बात का अन्दज़ा नहीं, मर जायंगे तुम बिन ही तेरे शहर में
हो जाओ के तुम खुद बदनाम अपने ही शहर में
जब लोग देखंगे तुम्हारा नाम हमारे क़ल्ब पर

By Anderyas

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