शुक्रवार, 17 जुलाई 2015

साईं भक्ति मुझे देती शक्ति

साईं भक्ति मुझे देती शक्ति ….

साईं भक्ति मुझे देती शक्ति ….
सुन मेरे बाबा साईं …ओ मेरे बाबा साईं ….
बिन तेरे ना कोई पूजा …ना बिन तेरे कोई अर्चन …
बिन तेरे ना कोई भजन है …ना बिन तेरे कोई सिमरन …..
तेरे सिमरन में ही सबकुछ …सुन मेरे साईं …
तेरा दिया है ये सब दौलत और कमाई …..
साईं भक्ति मुझे देती शक्ति ….
सुन मेरे बाबा साईं …ओ मेरे बाबा साईं ….
”साईं राम” का जप सब दुःख दूर करता है ….
तेरे नैनों का नूर चारों तरफ रोशन करता है …
किस्मत वाले भक्तों को तू शिरड़ी -धाम बुलाता है …
अपने चरणों की धूल से उनकी तक़दीर सजाता है ……
साईं भक्ति मुझे देती शक्ति ….
सुन मेरे बाबा साईं …ओ मेरे बाबा साईं ….
संत सबूरी बाबा तेरी गाथा है महान …
नन्हे बच्चों से लेकर बूढ़े करते है गुणगान …..
सादगी का प्रतीक है तू और तू है बड़ा दयावान ….
सेवा तेरी करने से मिलती है श्रद्धा, बुद्धि और ज्ञान …..
साईं भक्ति मुझे देती शक्ति ….
सुन मेरे बाबा साईं …ओ मेरे बाबा साईं ….
दुःख के दीपक बुझा तू सुख के दीप जलाये …
सच्चे भक्तों के मन में सच्ची भक्ति तू जगाये …
अपने भक्तों के लिए तू मांझी बन …
उनकी डूबती कश्ती तू ही बचाये….
तू अपने भक्तजनों पे अटूट प्यार लुटाए …
साईं भक्ति मुझे देती शक्ति ….
सुन मेरे बाबा साईं …ओ मेरे बाबा साईं ..

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