काला चेहरा
जिसका रग-रग में नफ़रतें हो
  नफ़रतें ही करते आपको भी वो |
जिसका काम ही कुरेदना हो
  भला वो क्यों शान्ति दे तुम्हें |
दिखावा करें भला वो शांत बैठे
  छोड़ता नहीं किसिको वो सताने |
किसीका धर्म होता जन्म ऐसे
  जिसको देखे उसीको यूं डसे |
जुवां मिठ्ठी चेहरा सुन्दर हो भले
  चैन मिलता उसको मन मौजी करें |१|
02/16/2015
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