गुरुवार, 26 फ़रवरी 2015

तूने इतना दिया है ईश्वर !! ( part-3)

तूने इतना दिया है ईश्वर
लौटा भी न पाऊँ में मरकर !!

शायद मुझे जवाब मिल गया है
सोच कर मेरे चेहरा खिल गया है !!
बहुत सोचने पर भी जवाब न मिला था
पर अचानक एक ही पल में ख्याल आ गया
और ऐसा लगा की जवाब-ऐ -सवाल आ गया !!
तब पता चला पल में बहुत ताकत है
पल में कुछ भी हो सकता है , हर पल में जीवन है !!
व्यर्थ न गवाऊंगा इसे
जीऊंगा हर पल , चाहे आज हो या कल !!
तूने इतना दिया है ईश्वर
लौटा भी न पाऊँ में मरकर !!

एक बच्चा जब डरता है , नींद में सहम जाता है
व्याकुल होकर पिता उसे गले लगता है !!

उसको तब तक गले से नहीं हटाता
जब तक बचा फिर से गहरी नींद में नहीं सो जाता है !!

बच्चा बेपरवाह होकर सो जाता है
अब आदत उसकी कुछ ऐसी लगी कि हर छोटी -छोटी बात पर पिता याद आता है
कर लूँगा बड़े से बड़ा काम ऐसा साहस जताता है !!

सच मानो तो कुछ परिस्थि मेरी भी ऐसी है
हालत मेरी बच्चे जैसी है !!

जब डरता हूँ , फंसता हूँ कहीं
हे पिता -ईश्वर तुझे ही याद करता हूँ !!
तू हर बार मुझे गोद में लेता है और चैन की नींद सुलाता है !!

नहीं चाहता तू मुझसे बदले में कुछ
बस देना और करना जानता है !!

पिता है तो मेरा और मुझसे सिर्फ प्यार करना जानता है !!

तूने इतना दिया है ईश्वर
लौटा भी न पाऊँ में मरकर !!

धन्यवाद !!!

Share Button
Read Complete Poem/Kavya Here तूने इतना दिया है ईश्वर !! ( part-3)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें