गुरुवार, 19 फ़रवरी 2015

"अरविन्द विश्वास"

“अरविन्द विश्वास”

दिल्ली की कठिन इन राहों पर,
कोई मफलर तान के निकला है |

कहने को तो है विशेष, पर कहलाता है आम
मफलर मैन-धरना कुमार , ना जाने कितने उसके नाम |
छोटा सा कद में, है दुबला
गंगा सी नियत रखता है ||

दिल्ली की कठिन इन राहों पर,
कोई मफलर तान के निकला है |

ना छप्पन(56) इंच की छाती है
ना ओबामा से पहचान |
फिर भी दिल्ली की इन गलियो में
वो निकला है सीना तान ||

दिल्ली की कठिन इन राहों पर,
कोई मफलर तान के निकला है |

संग है उसके कुछ संगी साथी
और ध्रीढ सा विश्वास |
राजनीती हो सकती ऐसी भी
जगाया उसी ने आस ||

दिल्ली की कठिन इन राहों पर,
कोई मफलर तान के निकला है |

अब पाया है उसने बहुमत
कंधे पर बहोत है भार |
फिर भी साथी है आशा ऐसी
कर दिखायेगा अबकी बार |
विकास,बिजली, पानी और सुरक्षा ना जाने कितने है सवाल? |
फिर भी दिल को ये तो सब्र है, की है अपना अरविन्द केजरीवाल ||

by roshan soni

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