बुधवार, 25 फ़रवरी 2015

अच्छा लगता है (व्यंग)

अच्छा लगता है

दुनिया में सबके शौक निराले
जाने किसको क्या अच्छा लगता है
केश कटाकर नारी रहती,
पुरुषो को बाल बढ़ाना अच्छा लगता है !!

अजीब ही खयालात बनाते है लोग
सबको एक दूसरे का जीवन अच्छा लगता है
झोपडी वाले देखे ख़्वाब रोज़ महलो के
महल वालो को झोपडी में रहना अच्छा लगता है !!

जिसे जो मिला उससे संतुष्टि कहा
जो नही मिला उसे पाना अच्छा लगता है
गरीब पीता मज़बूरी में बिन दूध की चाय
अमीरो को शौक में ऐसा करना अच्छा लगता है !!

जमाने का दस्तूर ही कुछ ऐसा है
विपरीत कार्य करना सबको अच्छा लगता है
कुछ लोग रहते मज़बूरी में वस्त्रहीन
किसी को फैशन में अर्धनग्न दिखना अच्छा लगता है !!

कहने को तो बहुत कुछ दुनिया में
पर कुछ तथ्यों को दोहराना चाहूंगा, जैसे
!
बॉस को कर्मचारो को धमकाना
टीचर का बच्चो को डाट लगाना
बच्चो को शोर मचाना ,
बेसुरो को गाना गाना
दूल्हे को अधिकार ज़माना
पत्नी को पति पर गुस्सा दिखाना अच्छा लगता है !!

पंडित को बड़ा तिलक लगाना
मुल्ला को लम्बी दाढ़ी बढ़ाना
सरदार को पगड़ी में रहना
पादरी को पाठ पढ़ना बड़ा अच्छा लगता है !!

हिन्दू को मंदिर में घंटा बजाना
मुस्लिम को जोर जोर से अजान लगाना
ईसाई को बाइबिल का उपदेश देना
सिक्खो को सेवा धर्म निभाना बड़ा अच्छा लगता है !!

युवको को बेवजह जोश दिखाना
युवतियों का सुंदरता में होड़ लगाना
पिता का बच्चो को बात-२ पर समझाना
मम्मी का डाँटकर प्यार जताना बड़ा अच्छा लगता है !!

फूलो में गुलाब, नशे में शराब,
कार्यक्रम में ताली , घर में साली
आभूषण में सोना, दुःख में रोना
प्यार में गमजदा, यार में हम सखा सबको अच्छा लगता है
!
!
!

डी. के. निवातियाँ _________!!!

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