शुक्रवार, 13 मार्च 2015

हो सके तो इतना करना

      हो सके तो इतना करना

      जब दुनिया में तूने पहली सांस ली
      तेरे माँ – बाप सदैव तेरे साथ रहे
      हो सके तो इतना करना
      जब ले रहे हो वो भी अंतिम सांस
      उस पल में तू भी उनके साथ रहे !!

      जब तू चलना सीख रहा था
      उठ-उठ के गिर जाता था
      वो उँगली पकड़ तेरे साथ रहे
      हो सके तो इतना करना
      जब पड़े जरुरत उन्हें किसी हाथ की
      उस पल तेरे हाथ में उनका हाथ रहे !!

      जब तू कुछ कह नहीं पाता था
      बिन बोले हर बात तेरी उन्हें ज्ञात रहे
      हो सके तो इतना करना
      जब वो कुछ कहने को संकोच करे
      उनकी हर जरुरत का तुझे ज्ञान रहे !!

      जब चाहा हुई तुझे कुछ पाने की
      बिन मांगे वो तेरे लिए तैयार रहे
      हो सके तो इतना करना
      हो जरुरत जब उनको सहारे की
      उस क्षण में तू उनका हथियार रहे !!

      जब दुनिया में तूने पहली सांस ली
      तेरे माँ – बाप सदैव तेरे साथ रहे
      हो सके तो इतना करना
      जब ले रहे हो वो भी अंतिम सांस
      उस पल में तू भी उनके साथ रहे !!
      !
      !
      !
      डी. के. निवातियाँ ___________!!

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