।।गजल।।गम से निकाह न कर।।
प्यार कर पर प्यार मे जिंदगी तबाह न कर ।।
  कम से कम हर किसी पर सक की निगाह न कर ।।  
और भी तो है मायने इस जिंदगी के  दोस्त ।।
  सिर्फ प्यार के ही लिये हर गुनाह न कर ।।2।।  
प्यार में रास्तो की कोई शरहद नही होती ।।
  जिंदगी भर शाहिलो पर ही निबाह न कर ।।3।। 
और भी रिश्ते है तेरे ही इंतजार में माहिल ।।
  मायूस न कर इनको, गम में पनाह न कर।।4।। 
यकी कर तुम्हे भी  जरूरत है जिंदगी में इनकी ।।
  अभी भी वक्त है गम से निकाह न कर ।।5।।
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Read Complete Poem/Kavya Here ।।गजल।।हरकत नही देखी जाती।।
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