शुक्रवार, 6 मार्च 2015

प्रेम (हाइकु)

1
तुम्हारे बिन
खनके ना कंगन
चुदिया चुप

2
है प्रेम रोग
लगे दवा ना दुआ
मुश्किल बड़ी

3
दिल ना लगे
किये जतन लाख
पास ना पियापिया

4
उड़ाती नींदे
जगाती रात भर
यादें आपकी

(सुरेश जादव)

Share Button
Read Complete Poem/Kavya Here प्रेम (हाइकु)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें